प्रदेश के बदायूं जिले की उझानी कोतवाली में एक सिपाही ने सरकारी रायफल से कार्यवाहक कोतवाल रामऔतार को गोली मार दी, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गए।
राजधानी लखनऊ के माल थाना क्षेत्र में इस समय प्रतिबंधित आम के हरे पेड़ों का अवैध कटान धड़ल्ले से जारी है, जबकि वन विभाग का कहना है कि आम के पेड़ों की कटान के लिए कोई भी परमिट जारी नहीं हुआ है।
सरकार का कोई भी आदेश विकास खण्ड माल के अधिकारियों पर लागू नहीं होता है, शायद इसीलिए यहां कोई भी अधिकारी 10 बजे से पहले कार्यालय नहीं आता है।
साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए रामनगीना मौर्य को "लोकमत सम्मान-2020 प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें 'होटल दयाल पैराडाइज, गोमतीनगर लखनऊ में आयोजित सम्मान समारोह में दिया गया है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पूर्व विधायकों की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उनके महत्वपूर्ण सुझावों को अमलीजामा पहनाए जाने, समय-समय पर दिए गए सुझावों से संगठन को और अधिक मजबूत बनाने में उनके योगदान के लिए सुझाव मांगे हैं।
उत्तर प्रदेश के युवा कल्याण एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि प्रदेश में जहां-जहां स्टेडियम के निर्माण का कार्य चल रहा है। उसे तय समय-सीमा के अन्दर पूरा कराया जाए।
भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति राजधानी में ही फेल नजर आ रही है। दरअसल, मलिहाबाद तहसील में पूर्व में तैनात रहे अधिकारियों के भ्रष्टाचार पर पहले तो पर्दा डालने का काम किया जाता है।
राज्य सरकार द्वारा नदियों में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगाए जाने के बावजूद गणपति के भक्तों ने गोमती में बेरोकटोक मूर्तियां विसर्जित कीं।
प्रदेश सरकार द्वारा कितने ही कड़े कानून बना दिए जाएं, लेकिन समाज के दुष्कर्मी हैवानों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है।
मोहर्रम के त्यौहार को लेकर एडीजी जोन एस.एन. साबत, आई जी रेंज लक्ष्मी सिंह और एसपी ग्रामीण आदित्य लांग्हे ने त्यौहार को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के थाना मलिहाबाद का भ्रमण किया।
गांवों में सफाई कराने का सरकारी दावा कितना सही है, यह तो राजधानी के आस पास के जिलों के गांवों को देखने से पता चलता है।
सरकार कानून व्यवस्था पर नियंत्रण पूरी तरह खो चुकी है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश में ताबड़तोड़ हो रही हत्याओं पर सरकार और पुलिस के नकारात्मक रवैये को जिम्मेदार ठहराया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकारी कार्यालयों में अवकाश पर रहने वाले कार्मिकों और अस्वस्थ कार्मिकों को छोड़कर कार्यालय अवधि में प्रत्येक समय 50 प्रतिशत कर्मियों की उपस्थिति प्रत्येक दशा में रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने समस्त जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तटबंधों तथा बांधों का निरीक्षण किया जाए और तटबंधों को सुरक्षित करने के उपाय समय से किए जाए.
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक अपने स्कूल को बेहतर बनाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रहे हैं।