
-- शिव प्रसाद सिंह
अमेरिका में एक श्वेत अधिकारी द्वारा अश्वेत व्यक्ति को गोली मारने की घटना पर एक बार फिर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। विरोध प्रदर्शन में विस्कॉन्सिन के केनोशा शहर में नस्लीय न्याय की मांग के दौरान प्रदर्शनकारी काफी हिंसक हो गए। उन्हें काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े। दरअसल, 29 वर्षीय जैकब ब्लेक को पुलिस द्वारा गोली मारने और घायल करने का वीडियो वायरल होते ही केनोशा शहर में प्रदर्शनकारियों में नस्लीय न्याय की मांग के साथ आक्रोश दिखा।

जैकब ब्लेक की हत्या के खिलाफ न्यूयॉर्क सिटी में भी सोमवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया। डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने इस पूरे मामले की पारदर्शी जांच की मांग की है। उन्होंने कहा- 'जैकब ब्लेक की कमर में पुलिस ने सात बार गोली मारी। उनके बच्चे कार से देख रहे थे। आज, हम फिर से शोक करने के लिए जाग गए हैं। हमें एक पूर्ण और पारदर्शी जांच की आवश्यकता है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने केनोशा काउंटी शेरिफ के अधिकारियों पर पानी की बोतलें फेंकने के बाद गोलीबारी भी की। कुछ प्रदर्शनकारियों को एक अमेरिकी झंडा जलाते देखा गया। इसके बाद केनोशा काउंटी में कफ्र्यू लगा दिया गया और इसके कुछ ही देर बाद रात आठ बजे लोकल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का इस्तेमाल करते हुए स्थिति को कंट्रोल किया और उन्हें बाहर निकाला।

काउंटी में सोमवार रात आठ बजे से मंगलवार की सुबह सात तक कफ्र्यू का ऐलान किया गया। काउंटी शेरिफ विभान ने एक बयान में कहा कि जनता को अपनी सुरक्षा के लिए सड़कों पर उतरने की जरूरत है। इस पूरे मामले पर एक 37 वर्षीय निवासी शेरसी लॉट ने कहा, 'पुलिस को इस तरह की हत्याओं में जवाब देना चाहिए। उनका कहना था कि अगर मैंने किसी को मार दिया तो मुझे दोषी ठहराया जाएगा और एक हत्यारे के रूप में माना जाएगा। मुझे लगता है कि पुलिस के लिए भी ऐसा ही होना चाहिए।